गुरुवार, 28 मई 2015

सीकर। दुष्कर्म कर बनाई वीडियो, फेसबुक पर कर दी जारी

सीकर। दुष्कर्म कर बनाई वीडियो, फेसबुक पर कर दी जारी


सीकर। दो दिन पहले एक दरिंदे ने बालिका को अपनी हवस का शिकार बनया। दरिंदे ने दुष्‍कर्म करते वक्त लड़की की अश्‍लील क्लिप बना ली। वीडियो को इस दरिंदे ने सोशल नेटवर्किंग साइट पर अपलोड कर दिया है। पीड़िता ने घटना के बारे में अपने परिजनों को बताया, जिसके बाद परिजनों ने संबंधित थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।


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पुलिस ने फेसबुक पर अपलोड करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। कोतवाली थाने के एएसआई हमीद अली ने बताया कि आरोपी रामपुरा निवासी गिरधारी है। पुलिस ने बताया कि गुंगारा गांव की एक बालिका से दुष्‍कर्म किया और अश्‍लील क्लिप बनाकर फेसबुक पर अपलोड कर दी थी। पीड़िता ने दादिया थाने में मामला दर्ज कराया था।



कोतवाली थानाधिकारी गोपीचंद मीणा ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आज आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।

जयपुर।जानें क्यों खास बन गया एक सामुहिक विवाह

जयपुर।जानें क्यों खास बन गया एक सामुहिक विवाह


जयपुर। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के राज्य महिला सदन में आज 22 बेटियां शादी के बंधन में बंधी आज दोपहर 12 बजे आयोजित हुआ यह विवाह कार्यक्रम पूरे पारंपरिक विधि विधान के साथ संपन्न हुआ। इस मौके पर राज्य महिला सदन की 22 बेटियों ने एक नई जिंदगी की शुरूआत की। लेकिन इन 22 बेटियों में एक बेटी है खुशी, खुशी ने अपना हमसफर एक ऐसे इंसान को चुना है जो नेत्रहीन है। खुशी को उसके माता-पिता 7 साल की उम्र में रेलवे स्टेशन पर अनाथ की तरह छोड़ गए थे जिसके बाद खुशी महिला सदन पहुंची।खुशी ने अपने कई साल महिला सदन में एक गुमनामी भरी जिंदगी बिताई और जब उसके ​जीवन में उजाले की खुशी आई तो इस बेटी ने एक ऐसा हमसफर चुना जो नेत्रहीन था। खुशी का हमसफर पेशे से अध्यापक है।

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महिला सदन में आयोजित हुए इस शादी समारोह में पीएम मोदी के स्वच्छ भारत अभियान का भी ध्यान रखा गया। महिला सदन की सहायक निदेशक श्रद्धा गौतम ने बताया कि जब यहां विवाह के ​आवेदन आए थे तो आवेदन में हमने उनके घर पर शौचालय की भी जानकारी मांगी थी। जिसके बाद कुछ आवेदनकर्ताओं ने कहा कि हमारे घर पर शौचालय नहीं है। ऐसे में हमने सबसे पहले उन्हें शौचालय बनाने को कहा और उसके बाद उनके आवेदन ​स्वीकार किए।

जयपुर।गुर्जर आरक्षण मामला- सीएस और डीजीपी को हाईकोर्ट की फटकार, कहा, रेलवे ट्रैक और रोड खाली चाहिए

जयपुर। गुर्जर आरक्षण मामला- सीएस और डीजीपी को हाईकोर्ट की फटकार, कहा, रेलवे ट्रैक और रोड खाली चाहिए

जयपुर। गुर्जर आरक्षण आंदोलन मामले में हाईकोर्ट में अवमानना याचिका पर सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान मुख्य सचिव सीएस राजन, डीजीपी मनोज भट्ट और कोटा डीआरएम पेश हुए। हाईकोर्ट ने डीजीपी और सीएस को कड़ी फटकार लगाते हुए अब तक की कार्रवाई के बारे में कल शपथपत्र मांगा है।

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जस्टिस आर. एस. राठौड़ की बैंच ने दोनों अधिकारियों से कहा कि मामले में सचिवालय में महज समीक्षा ही हो रही है या फील्ड में भी जाकर कुछ कर रहे हो। वहीं कोर्ट ने दोनों अफसरों से पूछा कि मामले में अब तक कानून व्यवस्था सहेजने के लिए क्या कदम उठाए गए।





जवाब में अफसरों ने कहा कि मसले के समाधान के लिए वार्ताओं का दौर जारी है। गुर्जर नेताओं के घरों पर कोर्ट के नोटिस चस्पा दिए गए हैं। सुनवाई के दौरान कर्नल बैसला और गुर्जर समाज की और से कुछ गुर्जर अधिकवक्ताओं ने पक्ष रखने की पेशकस की, लेकिन कोर्ट ने उनका जवाब सुनने से मना कर दिया।



-राजस्थान सरकार ने बैंसला को लिखा पत्र।


-पिछड़ा वर्ग को 5 प्रतिशत आरक्षण देने के अपने संकल्प के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन 21 प्रतिशत के अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण में से 4 प्रतिशत आरक्षण दिया जाना सामाजिक समरसता के प्रतिकूल होगा।


-संविधान की धारा 16 (4) ए व 16 (4) बी के प्रावधानों के अनुसार 50 प्रतिशत के आरक्षण की सीमा का उल्लंघन करते हुए भी आरक्षण दिया जा सकता है।


-पुनः सचिवालय में पांच बजे वार्ता होगी।

अलवर। फ़ेस के बिना ही बनाया फेसबुक अकाउंट'

अलवर। फ़ेस के बिना ही बनाया फेसबुक अकाउंट'


राजस्थान के अलवर ज़िले के चंदौली गाँव की निवासी वर्षा शर्मा ने छह महीने पहले अपना फ़ेसबुक अकाउंट खोला था, लेकिन वे अपने अकाउंट पर अपनी तस्वीर डालने की हिम्मत नहीं जुटा पाईं.

वो कहती हैं, "अगर गाँव में किसी को पता चल गया कि मैं फ़ेसबुक पर हूँ, तो लोग तरह-तरह की बातें बनाएंगे. इसीलिए न तो मैंने अपनी तस्वीर अपने फेसबुक अकाउंट पर डाली और न ही अपनी लोकेशन."



वो कहती हैं, "गाँव के ज़्यादातर लड़के फेसबुक पर हैं और उसके बारे में सबको पता है, लेकिन अगर लड़कियों के फ़ेसबुक पर होने की किसी को ख़बर लग जाए तो बवाल हो जाता है."

वर्षा के घर में कंप्यूटर तो नहीं है, लेकिन वो अपने पिता का स्मार्टफ़ोन इस्तेमाल कर देश-दुनिया की ख़बर रखती हैं.चंदौली गाँव अलवर शहर से करीब 20 किलोमीटर की दूरी पर है. गाँव के लोगों को इंटरनेट इस्तेमाल करने के लिए अक्सर अलवर जाना पड़ता था.

लेकिन पिछले साल डिजिटल एम्पॉवरमेंट फ़ाउंडेशन ने इस गाँव में एक कंप्यूटर सेंटर खोला, जहाँ मुफ़्त वाई-फ़ाई के साथ कंप्यूटर शिक्षा दी जाने लगी.
रसगुल्ले की रेसिपी!


वर्षा कहती हैं, "इंटरनेट आने से इस गाँव का कायापलट हो गया, ख़ासतौर पर लड़कियों के लिए. यहां ज़्यादातर लोग अपनी लड़कियों को इंटरनेट इस्तेमाल के लिए अलवर भेजना पसंद नहीं करते थे."

उनके मुताबिक़, "लेकिन अब जब इंटरनेट हमारे गाँव में आ गया है तो लड़कियों को भी एक आत्मविश्वास मिला है कि वे अपने बूते पर दुनिया से जुड़ सकती हैं. अब हमें अपने भाइयों पर निर्भर होने की ज़रूरत नहीं है."

वर्षा ने बताया कि वे इंटरनेट का इस्तेमाल कॉलेज की परीक्षा रिज़ल्ट देखने के लिए और खाने की रेसिपी देखने के लिए करती हैं.



उनके चेहरे पर बड़ी सी मुस्कान आ जाती है जब वो मुझे बताती हैं कि उन्होंने पहली बार इंटरनेट से रसगुल्ले की रेसिपी सीखी.

वो कहती हैं, "मेरी माँ को तो यक़ीन ही नहीं हुआ कि इंटरनेट से ये सब भी संभव है. अब मैं और मेरी माँ मिलकर तरह-तरह के व्यंजन इंटरनेट से देख कर पकाते हैं. हालांकि माँ के हाथ के खाने की अलग ही बात है, लेकिन मॉडर्न तौर-तरीके सीखने की एक अलग ही उत्सुकता होती है."
सोच कौन बदलेगा?


वर्षा कहती हैं कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हर भारतीय को इंटरनेट देने की योजना से बहुत उम्मीदें हैं.

लेकिन वो ये भी कहती हैं कि सोच सिर्फ़ प्रधानमंत्री को ही नहीं बल्कि लोगों को भी बदलनी होगी.

गांवों में ही नहीं शहरों में भी कुछ लड़कियां अपने परिजनों के डर से फ़ेसबुक अकाउंट गोपनीय रखती हैं.

वो कहती हैं, "प्रधानमंत्री भले ही हर गाँव में इटरनेट पहुंचाने में कामयाब हो जाएं, लेकिन गाँव वालों की सोच कौन बदलेगा? क्यों ऐसी धारणा है कि अगर लड़कियों को इंटरनेट शिक्षा दी जाए तो वो उसका ग़लत इस्तेमाल करेंगी? क्यों लड़कियों को इतने अवसर नहीं दिए जाते, जितने कि लड़कों को दिए जाते हैं?"

जब मैंने उनसे पूछा कि क्या आने वाले समय में ग्रामीण सोच में बदलाव आने की उम्मीद है, तो वो हल्की सी मुस्कुराई और बोलीं, "ये इंडिया है इंडिया, यहां की सोच ऐसी ही है और शायद ऐसी ही रहेगी."

बाड़मेर। किशोरी बालिकाओ को दी स्वच्छता की जानकारी :- डॉ बिस्ट

बाड़मेर। किशोरी बालिकाओ को दी स्वच्छता की जानकारी :- डॉ बिस्ट


बाड़मेर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग और केयर इंडिया एवं केर्यन इंडिया द्वारा संचालित रचना परियोजना के सयुक्त तत्वाधान में जिला स्वास्थ्य भवन में माहवारी स्वच्छता दिवस मनाया गया | मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुनील कुमार बिस्ट ने बताया की आज का दिन माहवारी स्वच्छता के रूप में मनाया जा रहा है, कार्यक्रम का उदेश्य महिलाओ में अस्वच्छता से होने विभिन्न संक्रामंक बीमारियों की रोकथाम एवं इससे होने वाले खतरो के बारे में जागरूकता उत्पन्न करने हेतु मनाया गया, डॉ बिस्ट ने बताया की अस्वच्छता के कारण होने वाली बीमारियों की जानकारी दी, एवं किशोरी बालिकाओ को बताया की माहवारी कोई अभिशाप नही है और ना ही कोई बीमारी है, यह प्राकृतिक प्रक्रियाए है और इस हेतु अन्य महिलाओ एवं किशोरी बालिकाओ को जानकारी देने के आशा सहयोगिनी अहम भूमिका निभा सकती है, 


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उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास अधिकारी सती चोधरी ने अपने विचार रखते हुये बताया की ग्रामीण अंचल में अभी भी महिलाओ की स्थिति स्वच्छता के सम्बन्ध अच्छी नही है, किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर संकोच के कारण आपस में बात नही कर पाती है और समस्या बढती जाती है जिसके कारण रोग असाध्य हो जाता है | इस दोरान केयर इण्डिया की प्रोजेक्ट ऑफिसर गोरी रानी ने किशोरी बालिकाओ को वीडियो एवं स्लाइड दिखा कर जानकारी दी | कार्यक्रम के दोरान जिला आशा समन्वयक राकेश भाटी ने भी अपने विचार रखते हुये बताया की आज के दिन जो जानकारी आशा सहयोगिनी व किशोरी बालिकाओ को दी गई है आप सभी अपने क्षेत्र में भी इसके बारे में विस्तार से बताये | भाटी ने बताया की कार्यकम के दोरान आशा सहयोगिनी कृष्णा, अश्विनी, रुखमणी एवं किशोरी बालिकाओ को केयर इण्डिया की तरफ से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास अधिकारी द्वारा पुरस्कृत किया गया | कार्यक्रम के दोरान जिला स्तर पर सराहनीय कार्य करने पर डॉ अनिल कुमार झा, राकेश भाटी, डॉ मुकेश गर्ग, अनिल व्यास, उमेद जाखड़ को पुरस्कृत किया गया | केयर इण्डिया के प्रतिनिधि श्री केदारनाथ शर्मा, तपन्नदरिपा एवं जयश्री ने भी अपने विचार वयक्त किये | माहवारी स्वच्छता दिवस में आशा सहयोगिनी एवं किशोरी बालिकाओ ने भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाया | मंच का संचालन गोरी रानी ने किया |

बाड़मेर। नाकोड़ा ट्रस्ट अध्यक्ष जैन का बाड़मेर पहुंचने पर हुआ स्वागत

बाड़मेर। नाकोड़ा ट्रस्ट अध्यक्ष जैन का बाड़मेर पहुंचने पर हुआ स्वागत


              केन्द्रीय पंचायतीराज राज्यमंत्री मेघवाल ने भी बधाई

बाड़मेर 28 मई। श्री जैन श्वेताम्बर नाकौड़ा पाष्र्वनाथ तीर्थ के आगामी तीन साल के कार्यकाल के दूसरी बार सर्व सम्मति से चुने गये अध्यक्ष एडवोकेट अमृतलाल जैन के बाड़मेर पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। उनके साथ  नवनिर्वाचित ट्रस्टी वीरचंद वडेरा का भी स्वागत किया गया। स्वागत व बधाई देने सैकड़ों लोग सुबह से ही जैन के आवास पर मालाएं लेकर पहुंचने लगे मालाएं पहनाकर गले मिले। जैन नपे उन्हें मिठाई खिलाकर मुह मिठा कराया। 

जन कल्याण पर्व कार्यक्रम में पधारेक केन्द्रीय पंचायतीराज राज्यमंत्री निहालचंद मेघवाल ने माला पहचनाकर बधाई दी। इनके साथ बाड़मेर जैसलमेर सांसद कर्नल सोनाराम चैधरी, प्रदेष प्रवक्ता प्रियंका चैधरी, समाजसेवी तनसिंह चैहान, जिलाध्यक्ष जालमसिंह रावलोत, सिवाना विधायक हमीरसिंह भायल, बायतू विधाक कैलाष चैधरी, , पूर्व विधायक कानसिंह कोटड़ी, भाजपा जिला उपाध्यक्ष असरफ अली, रूपसिंह राठौड़ सहित कई नेताओं ने भी सभा में मालाएं पहनाकर बधाई दी।

बाड़मेर पधारने पर उनके आवास पर स्वागत करने छाजेड़ परिवार, उपाध्यक्ष शंकरलाल छाजेड़, सम्पतराज छाजेड़, मांगीलाल महाजन, नरेष छाजेड़,खतरगच्छ संघ बाड़मेर के अध्यक्ष रतनलाल संखलेषा, महामंत्री केवलचंद छाजेड़, ट्रस्टी खेतमल तातेड़, पार्षद धनराज सोनी, समाजसेवी मांगीलाल वडेरा, पुखराज मेहता, प्रतिपक्ष नेता मदन चण्डक, सुरेष मोदी, पार्षद गंगाविषन, दिलीप पालीवाल, ? आदूराम मेगवाल, कैलाष कोटड़ीया, अषोक संखलेषा, खरतरगच्छ युवा परिषद, के अध्यक्ष मदनलाल बोथरा, महावीर मण्डल के अध्यक्ष प्रकाष बोहरा, कल्यापुरा ट्रस्ट के ट्रस्टी जगदीष बोहरा, पवन बोहरा सहित सैकड़ों गणमान्य व्यक्तियों ने मालाएं पहनाकर बधाईयां दी। इस असवर पर अध्यक्ष अमृतलाल जैन ने कहा कि मैनें मेरे पिछले कार्यकाल में नाकौड़ा तीर्थ के विकास में निष्ठा व लगन से कार्य किया जिसके अन्तर्गत समोवषरण मंदिर की भव्य प्रतिष्ठ, ऐतिहासिक चातुर्मास आदि कार्य हुए। आगे के तीन साल के कार्यकाल में भी इमानदारी व निष्ठापूर्वक कार्य ट्रस्ट मण्डल के साथ करूंगा।